आपकी किडनी खराब हो रही है तो पता कैसे लगाये? | Kidney Failure In Hindi

Kidney Failure In Hindi:  किडनी मानव शरीर का एक अहम हिस्सा है। इसको स्वस्थ रखना उतना ही जरूरी है जितना आपको जीने के लिए श्वास लेना। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत का ख्याल रखना भूल ही जाते हैं। आज का युवा पीढ़ी काम में इतना व्यस्त हो गया है कि वो खाना पीना सब छोड़ कर इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में उलझ चुका है। आज हम घर का बना खाना छोड़ कर 5 मिनट में तैयार होने वाली जंक फूड के आदि हो चुके हैं। काम में व्यस्त होने के कारण पानी की प्यास तक इंसान को नहीं लगती है।

Kidney Failure

यदि आप अच्छा हेल्दी फूड खाओगे तो किडनी उसे शरीर में काम में आने वाले तत्वों में बदल लेगा और यदि आप ऐसी चीजें खओगे या पियोगे जो आपके लीवर को पचाने में मुश्किल है उन्हें लिवर अच्छी तरह नहीं पचा पाएगा। फिर यह सारे हानिकारक पदार्थ आपके ब्लड में इकट्ठे होते जाएंगे और धीरे-धीरे आपकी सेहत बिगड़ने लगेगी।

यही कारण है कि जब शुरू में हम हानिकारक खाना पीना शुरू करते हैं तो हमारी किडनी ओवरटाइम काम करके हमारी सेहत को संभालने की कोशिश करती है, लेकिन जब आप हानिकारक खाने-पीने का उपयोग बंद ही नहीं करते हो तब यह धीरे-धीरे वह थक जाते हैं और वही से किडनी की ख़राब होना (kidney failure) शुरू होता है।

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क्या है खराब किडनी? (Meaning Of Kidney Failure in Hindi)

मानव शरीर में सामान्य दो किडनी होती है, जो रीड की हड्डी के दोनों तरफ पीठ की और पसली के नीचे स्थित होती है। किडनी पेट के पिछले हिस्से की तरफ ज्यादा होती है इसलिए यह सुरक्षित रहती है।

किडनी खून को साफ करने का काम करती है और शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालते हैं। लेकिन जब किडनी यह कार्य को अच्छे से कर नहीं पाती तब किडनी में से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल नहीं पाते इससे किडनी खराब होती है। इसलिए अगर किडनी मैं किसी प्रकार की दिक्कत आ जाए तो वह मानव शरीर के लिए गंभीर समस्या बन सकती है।

किडनी कैसे काम करती है- How Kidney Works?

सरल भाषा में बात करें तो किडनी फिल्ट्रेशन का काम करती है। उदाहरण के तौर पर एक गाड़ी होती है। गाड़ी चलाने के लिए हमें पेट्रोल की जरूरत होती है उसी तरीके से हमारे शरीर में खून होता है, जिसको हम blood बोलते हैं और पेट्रोल से गाड़ी चलती है फिर उसके बाद में धुआं निकलता है जिसको हम waste material बोलते हैं जिससे प्रदूषण होता है।

इसी तरीके से हमारे शरीर में जो ब्लड होता है उसको फिल्ट्रेशन की आवश्यकता होती है हमारे ह्रदय में जितना भी ब्लड होता है उसका 20% हिस्सा किडनी की तरफ जाता है। जिसको किडनी 24×7 फिल्टर काम करती रहती है। फिल्टर करने के बाद में कुछ वेस्ट मटेरियल बनता है जिसे हम विषाक्त पदार्थ कहते हैं। जिन को निकालने का काम किडनी करती है।

खराब होने के 5 चरण – Kidnकिडनीey failure 5 stages

स्टेज -1

> 90

किडनी सामान्य रूप से काम करती है लेकिन किडनी रोग के पहले लक्षण दिखाई देते है।

स्टेज -2

60 - 89

किडनी की कार्यक्षमता थोड़ी कम हो जाती है।

स्टेज -3

45 - 59 (3A) and 30 - 44 (3b)

गुर्दागुर्दा तमारो काफी कम हो जाता है।

स्टेज -4

15-29

गुर्दे कीगुर्दे की कार्य क्षमता बेहद कम हो जाती है।

स्टेज -5

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ESDR, जिसे स्थापित गुर्दे की विफलता के रूप में भी जाना जाता है।

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किडनी क्या कार्य करती है? What Is the Function of Kidney ?

  • विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना।
  • ब्लड का फिल्ट्रेशन करती है किडनी।
  • ब्लड प्रेशर को मेंटेन रखने का काम करती है।
  • हिमोग्लोबिन को एक नियंत्रण में रखना।
  • हमारी हड्डियों की हेल्थ का ध्यान रखना।

किडनी खराब क्यों होती है? – Causes of Kidney Failure in Hindi

जब भी किसी दर्दी की किडनी खराब होती है तो उसको चिंता सिर्फ एक चीज की होती है कि उसका क्रिएटिनिन बढ़ता जा रहा है। ट्रीटमेंट लेने के बावजूद भी क्रिएटिनिन बढ़ता जा रहा होता है। वह क्रिएटिनिन बढ़ने के पीछे क्या कारण है आइए हम जानते हैं:

हाई ब्लड प्रेशर – High Blood Pressure

किडनी खराब होने का मुख्य कारण है हाई ब्लड प्रेशर। जब किसी का भी ब्लड प्रेशर बढ़ता है तो ब्लड तेजी से शरीर में इंटर करता है। जो ब्लड किडनी के अंदर जाता है उसे भी दबाव का सामना करना पड़ता है और बार-बार ब्लड प्रेशर की चोट से उस जगह का टिशू होता है वह हार्ड होना शुरू हो जाता है। फिर किडनी का साइज सिकुड़ना होना शुरू हो जाता है।

डायबिटीज – Diabetes –

डायबिटीज में जब भी आपका शुगर लेवल बढ़ा हुआ रहता है तो किडनी को एक्स्ट्रा काम करना पड़ता है। इतना हाई शुगर वाला ब्लड प्रेशर जब किडनी में एंटर करता है तो  किडनी सेल्स को कमजोर बनाता है और किडनी से एक्स्ट्रा काम भी लेता है दोनों वजह से किडनी अपना धीरे-धीरे फंक्शन खोना शुरू कर देती है। इसी वजह से पेशेंट जो डायबिटिक होते हैं उनमें किडनी फेलियर (kidney failure) देखने को मिलती है।

दवाइयां – Medicines:

अगर आप लंबे समय से किसी दवाई को ले रहे हैं चाहे फिर वह होम्योपैथी को आयुर्वेदिक हो एलोपैथी और वो आप लंबे समय से ले रहे हैं तो आपको अपना किडनी फंक्शन टेस्ट करवाना चाहिए क्योंकि यह दवाइयां आपकी किडनी को डैमेज कर सकती हैं। अगर आप पेन किलर यानी दर्द की दवाई लंबे समय से ले रहें है तो किडनी फेलियर (kidney failure) के बहुत सारे चांसेस बढ़ जाते हैं।

इंफेक्शन – infection

अगर आपको इंफेक्शन है जैसे के एचआईवी, हेपेटाइटिस B&C, मलेरिया और भी दूसरे कुछ इंफेक्शन हो सकते हैं लेकिन जो लंबे समय के क्रॉनिक इनफेक्शन होते हैं वह किडनी फेलियर (kidney failure) होने का कारण बनते हैं।

किडनी खराब होने के कारण – Reasons for Kidney Failure

1) ज्यादा नमक खाना
2) ज्यादा कैफ़ीन लेना
3) ज्यादा मात्रा में पैनकीलर लेना
4) ज्यादा प्रोटीन खाना
5) ज्यादा अल्कोहल लेना
6) शर्दी यां बुखार को इग्नोर करना
7) यूरिन को ज्यादा देर तक रोककर रखना
8) कम मात्रा में पानी पीना

किडनी इन्फेक्शन को कैसे ठीक करें? | How to Cure Kidney Infection?

Kidney Failure

किडनी इन्फेक्शन का खतरा  ज्यादा बढ़ जाता है जब आपको यूरिन में इंफेक्शन होता है। क्या आप जानते हैं यूरिन में इंफेक्शन होता क्यों है?  यूरिन में इंफेक्शन के कई कारण है लेकिन का प्रमुख कारण है आपका ज्यादा देर तक यूरिन रोककर रखना और कम मात्रा में पानी पीना यह दो कारण ऐसे हैं जो आपकी किडनी में इन्फेक्शन का प्रमुख कारण होते हैं।

जब कोई बहुत देर तक अपना यूरिन रोक कर रखता है यूरिन शरीर से बाहर आने की जगह वापस किडनी की तरफ चला जाता है और यूरिन में पाए जाने वाला ईकोलाई नामका बैक्टीरिया आपकी किडनी में सूजन और  को डैमेज करता है और यह किडनी फेलियर (kidney failure) का कारण बनता है।

जब यूरिन किडनी की तरफ वापस जाता है तब यह किडनी में इंफेक्शन पैदा करता है और जब ऐसा लगातार होता रहता है तो यह किडनी खराब (kidney failure) होने का कारण भी बन सकता है।

इसके साथ ही जो लोग बहुत कम मात्रा में पानी पीते हैं तो इसके कारण उनके शरीर में यूरिन की मात्रा बहुत कम होती है इससे उनको यूरिन पास्ट नहीं होती और जब यूरिन ढंग से पास्ट नहीं होती तब यूरिन में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है और साथ ही किडनी में भी संक्रमण बन सकता है जिससे आप की किडनी भी डैमेज (kidney failure) हो सकती है।

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यूरिन इन्फेक्शन से बचने के उपाय | Ways to Reduce Your Risk of A Urinary Tract Infection

यूरिन इन्फेक्शन से बचने के लिए जरूरी है कि आप यूरिन को रोककर ना रखें, ज्यादा मात्रा में पानी पिए क्योंकि जब तक आप ज्यादा मात्रा में पानी नहीं पिएंगे तो आपका यूरिन सही तरीके से रिलीज नहीं होगा जो आपकी किडनी के लिए किडनी फेलिअर (kidney failure) कारण बन सकती है।

किडनी खराब खराब होने के लक्षण – Kidney Failure Symptoms in Hindi

किडनी ज़ब खराब होती है तो शुरुआत में कोई भी सिम्टम्स देखने को नहीं मिलता। जो मरीज होता है उसका कुछ पता ही नहीं चलता की क्या हो रहा हो रहा है उसके साथ और ज़ब वह डॉक्टर को दिखाने जाता है तब उसको  पता चलता है कि उसकी किडनी 50% डैमेज हो चुकी है।

अगर आपको किडनी डैमेज के संकेत देखने हैं तो यूरिन में और ब्लड में बहुत पहले ही आने लगते हैं अगर जरा भी  अर्ली – स्टेज की किडनी डैमेज है तब यूरिन आपको प्रोटीन आने लगेगा, तब यूरीन अल्बुमिन का लेवल बढ़ने लगता है जो मरीज होता है उसको कुछ भी पता नहीं चलता बस उसके यूरिन में एल्बुमिन का लेवल बढ़ने लगता है तब आपको यूरिन टेस्ट करवाना चाहिए। अगर किडनी डैमेज है तो अल्बुमिन का लेवल बढ़ता है। यूरीन अल्बुमिन और यूरिन क्रिएटिनिन से किडनी डैमेज का पता चलता है।

बहुत से लोगों को पता भी नहीं चलता कि उनकी किडनी धीरे-धीरे खराब होती जा रही है किडनी खराब होने के लिए कुछ लक्षण हमने नीचे बताए हैं।

  • पेट के पीछे जहां आपकी किडनी होती है वहां पर दर्द होता है
  • यूरिन पास्ट करते समय जलन होना यहां खून का आना
  • सिर में दर्द रहना
  • उल्टी आना
  • जी मचलना
  • पेशाब कम आना या पेशाब करते वक्त दर्द होना
  • चेहरे पर यहां पैरों में सूजन आना
  • बार बार पेशाब आना या ज्यादा मात्रा में पेशाब आना
  • शरीर में खुजली होना
  • शरीर में खून की कमी
  • भूख न लगना
  • ठंड लगना
  • वजन का बढ़ना
  • थकान महसूस होना

किडनी को मजबूत कैसे करें?  Make Kidney  Strong ?

किडनी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट का खास ख्याल रखें किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आपको अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करना होगा जो आपके शरीर में आसानी से पच सके।

ध्यान रहे कि किडनी एक हफ्ते,1 दिन या 1 साल में खराब नहीं होती किडनी ख़राब होने में बहूत ज़्यादा समय भी लग सकता है और कईं बार ऐसा भी हो सकता है की किडनी अचानक से काम करना बंद कर दे।

किडनी में कोई भी खराबी आती है तो उसके जिम्मेदार हमारा आहर और अनावश्यक जीवन शैली होती है।  अधिक तेल मसालेदार भोजन हमारे शरीर में क्रिएटिनाइन के स्तर को बढ़ाता है ये आपकी किडनी को ख़राब (kidney failure) करता है क्यों की ऐसा आहार पचना मुश्किल होता है।

इससे ना सिर्फ आपकी किडनी बल्कि आपके शरीर के बाकि अंग भी प्रभावित होते है इसके लिये जरूरी है की आप अपनी डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें जो आपकी किडनी को अंदर से साफ करें जिससे आपकी किडनी अपना काम आसानी से कर पाए।

क्रिएटिनिन कितना होना चाइये?

पुरुषों में 0.6 से लेकर 1.2 मिलीग्राम होता है। वहीं महिलाओं में 0.5 से 1.0 मिलीग्राम क्रिएटिनिन होना चाहिए। टीनएजर्स में 0.5 से लेकर 1.0 मिलीग्राम और बच्चों में 0.3 से 0.7 मिलीग्राम क्रिएटिनिन का स्तर होना चाहिए।

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किडनी फेलियर मरीजों के लिये आहार  – Diet For Kidney Failure Patients

किडनी को स्वस्थ (healthy kidney diet) रखने के लिए आपको ऐसे आहार से दूर रहने की जरूरत होती है जो शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को बढ़ाते हैं किडनी के मरीजों को सुबह के नाश्ते में नमकीन, दलिया, पोहा, उपमा गेहूं की रोटी और सब्जी लेना चाहिए। साथ ही किडनी के मरीज सुबह के नाश्ते में फलों को भी शामिल कर सकते हैं।

किडनी के मरीजों के लिए सब्जियां – Vegetables for Kidney Patients

किडनी के मरीजों के लिए लौकी:

पहले सब्जी की बात करें तो वह किडनी को स्वस्थ रखने के लिए लौकी बहुत ही फायदेमंद होती है। इसका सेवन किडनी को डिटॉक्स करने का काम करता है अगर आप लौकी का सेवन नियमित करते हैं तो इससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल रहता है जिससे आपको डायबिटीज की समस्या नहीं होती साथ ही आपकी डाइजेशन सिस्टम को मजबूत बनाता है। लौकी का सेवन किडनी को स्वस्थ (healthy kidney diet) रखता है।

किडनी फेलियर होने से बचने के लिए खाएं कद्दू:

कद्दू का सेवन करने से हाई बीपी की समस्या नहीं होती साथ ही है जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है। इसके कारण आपका डाइजेशन सिस्टम मजबूत बनता है। कद्दू में पाए जाने वाला मैग्नीशियम आपके हार्ट को स्वस्थ रखता है जिसे हार्टअटैक और हार्ट ब्लॉक जैसी समस्याएं नहीं होती। यह किडनी को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। इसका सेवन किडनी के मरीज कर सकते हैं।

किडनी फेलियर होने से बचा सकती है तोरी

तोरी का सेवन किडनी को अंदर से साफ रखता है। इसके साथ तोरी किडनी जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने से रोकती है।

किडनी को स्वच्छ रखने के लिए खाएं परवल:

पलवल में विटामिन A, विटामिन B1, विटामिन B2, विटामिन c, कैलशियम, मैग्निशियम, पोटेशियम और फास्फोरस सीमित मात्रा में होता है। जिसका सेवन किडनी को स्वस्थ (kidney failure) रखने में सहायता करता है। इसका सेवन पेट संबंधी समस्या को दूर करता है। आपके शरीर को रोग से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है और किडनी को स्वस्थ (healthy kidney) रखता है।

किडनी के लिए टिंडे का सेवन टिंडा:

टिंडा किडनी को डिटॉक्स करने का अच्छा साधन है। कैसे हाई बीपी की समस्या दूर होती है साथ ही कैंसर जैसी गंभीर समस्या की संभावना को कम करता है टिंडे का नियमित सेवन आपकी यूरिन इन्फेक्शन जैसी समस्या से भी बचाता है। जिससे आपको किडनी में संक्रमण होने की संभावना कम हो जाती है।

किडनी के लिए फल :

Kidney Failure

अब बात करते हैं कुछ पलों की जिसका सेवन किडनी के मरीज कर सकता है

किडनी मरीजों के लिए सेब :

सेब के अंदर बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। सेब में विटामिन सी और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं जो कि किडनी को डिटॉक्स करने का अच्छा स्त्रोत है। किडनी के मरीज (kidney patients) इसका सेवन कर सकते हैं क्योंकि इससे किडनी स्वस्थ रहती है।

किडनी फेलियर से बचने के लिए खाएं चेरी:

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए अगर आप चेरी का उपयोग करते हैं तो आपकी किडनी के लिए यह लाभदायक होता है। चेरी में एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो किडनी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।

किडनी को स्वस्थ रखती है ब्लूबेरी:

ब्लूबेरी बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो किडनी के लिए बेहतर होते हैं। ब्लूबेरी किडनी को डिटॉक्स करने का अच्छा स्त्रोत है इसलिए किडनी के मरीजों को ब्लूबेरी का सेवन करना चाहिए।

स्वस्थ रहने के लिए खाएं लाल अंगूर:

लाल अंगूर किडनी को साफ करता है। लाल अंगूर आपकी डाइजेशन सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसका सेवन ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करता है, कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और ब्लड में होने वाले इन्फेक्शन को दूर करता है।

यह किडनी मरीजों के लिए एक अच्छाआहार है जिनका सेवन लाभदायक हो सकता है। इसके साथ ही आप किडनी को स्वस्थ रखने के लिए जीवन में योग और आयुर्वेद को भी शामिल करें ये भी आपकी सेहत के लिए लाभदायक होगा।

निष्कर्ष:

आज की पोस्ट में हमने जाना कि कैसे हम अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं और किडनी फेलियर से किडनी की सुरक्षा कर सकते हैं। किडनी फैलियर (kidney failure) होने से बचने के लिए हमें किन किन बातों का ध्यान रखना है, किडनी मरीजों को कौन से आहार लेने है और साथ ही किडनी इन्फेक्शन से कैसे बचा जा सकता है इन सब के बारे में हमने संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट द्वारा पूछ सकते हैं हम जल्द ही उत्तर देने की कोशिश करेंगे।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :

क्या किडनी ठीक हो सकती है?

किडनी के सभी रोग गंभीर नहीं होते है, इसलिए ख़राब किडनी का ईलाज हो सकता है।

किडनी क्रिएटिनिन क्या होता है?

क्रिएटिनिन शरीर में केमिकल वेस्ट प्रोडक्ट होता है. किडनी क्रिएटिनिन को खून से फिल्टर कर अंत में पेशाब के जरिए बाहर निकाल देती है। हालांकि, कभी-कभी, क्रिएटिनिन का लेवल शरीर में बढ़ जाता है और ये किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत होता है। हाई क्रिएटिनिन लेवल बताता है कि आपकी किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही है।

किडनी में क्रिएटिनिन क्यों बढ़ता है?

जब भी आपका शरीर अधिक एक्सरसाइज करता है, तब ये काफी तेजी से फूड को एनर्जी में बदलने लगता है। जिसकी वजह से ज्यादा क्रिएटिनिन बनक्रिएटिनिनता है और ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा बढ़ जाती है।

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