चिंता (Anxiety) क्या है? जाने इसके लक्षण और उपचार – Anxiety Meaning in Hindi

Anxiety Meaning in Hindi : चिंता होना ऐसे तो एक नेचुरल प्रोसेस है। जब भी आपका शरीर किसी तनाव, असहज या कोई नया काम करता है तो ऐसी स्थिति में वो शरीर के नया भाव उत्पन करता है उसे ही चिंता कहते है। चिंता होने के कारण आप अपना पूरा ध्यान वहा पर लगा सकते है साथ ही साथ आप अपने बेस्ट परफॉर्मेंस भी किसी कार्य में दे सकते है।

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लेकिन काफी बार लोगो को चिंता काफी लंबे समय के लिए होने लगती है तो आपके शरीर और आपके स्वास्थ्य दोनो के लिए बिल्कुल भी बेहतर नही है। चिंता आपके लिए जानलेवा हो सकता है। अगर आप भी चिंता के बारे में विस्तार से जानना चाहते है उसके लक्षण के बारे में, और उपचार के बारे में बारे में जानना चाहते है तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए। तो चलिए शुरू करते है।

 

चिंता (Anxiety) के लक्षण क्या होते है?

चिंता (Anxiety) के कई लक्षण होते है, जिसमे सांस फूलना, मुंह सूखना, हाथों या पैरों का ठंडा होना, पसीना आना, सुन्न हो जाना, शांत और स्थिर रहने में दिक्कत, नींद से जुड़ी समस्या, डर और असहज होना, मसल्स में तनाव आना, चक्कर आना, तेज और असामान्य धड़कन, ध्यान न लगा पाना, चिड़चिड़ापन और शरीर में कंपन होना है।

 

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क्या चिंता (anxiety) का इलाज संभव है?

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अगर आप चिंता (anxiety) का इलाज करना चाहते है तो आपको अपने लाइफस्टाइल को चेंज करना होगा। अगर आप कोई स्ट्रेस से भरा हुआ काम करते है तो आपको उससे कुछ दिन का ब्रेक लेना चाहिए। आपको अगर उसके बाद भी चिंता होती है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर उसके बाद आपसे कुछ सवाल करेंगे। उसके बाद ही वो आपको इलाज ठीक ढंग से कर पाने में सक्षम हो पायेंगे।

 

चिंता (Anxiety) करने से कौन सी बीमारी होती है?

चिंता करने से आपको कई तरह के बीमारी हो सकती है, चिंता के भी कई प्रकार होते है, जिसके बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया हुआ है,

 

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  • सोशल एंजायटी डिसऑर्डर  

 

अगर आपको सोशल तौर पर लोगो से मिलने पर स्ट्रेस होने लगता है तो हो सकता है आपसोशल एंजायटी डिसऑर्डर के शिकार हो।

 

  • पैनिक डिसऑर्डर 

 

इस तरह के डिसऑर्डर में आपको चिंता (Anxiety) होते है पैनिक अटैक आने लगते है। इस वजह से वो व्यक्ति हमेशा यह सोचता रहता है कि उन्हें दूसरा पैनिक अटैक कब आ सकता है

 

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  • फोबिया 

 

कभी कभी आपको किसी चीज, जगह या उससे संबंधित कुछ भी चीज से डर लगने लगता है जिसे ही फोबिया कहते है।

 

  • एंजायटी डिसऑर्डर

 

किसी किसी स्थिति में व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति हर समय चिंतित रहने लगता है, जिसे ही इल्नेस एंजायटी डिसऑर्डर  कहते है।

 

बहुत ज्यादा चिंता (Anxiety) करने से क्या होता है?

जब आप बहुत ज्यादा चिंता कम समय के लिए करते है तो यह एक नेचुरल प्रोसेस है जिससे हर कोई गुजरता है। वही जब आप बहुत ज्यादा चिंता काफी लंबे समय तक करने लगते है तो ऐसी स्थिति में आपको पैनिक अटैक आ सकते है साथ ही साथ हो सकता है कि डिप्रेस्ड भी फील करे।

 

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बहुत ज्यादा चिंता (Anxiety) हो तो क्या करे?

अगर आपको किसी चीज को लेकर काफी अधिक चिंता हो रही है तो आपको अपना डर किसी और के साथ शेयर करना चाहिए। जब भी आपको चिंता होने लगती है तो आपको उसे अपने करीबी दोस्त से बात करनी चाहिए।

 

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