Symptoms of Heart Attack in Women Hindi : हार्ट अटैक को हमारे समाज में आम तौर पर पुरुषो से संबंधित बीमारी के रूप में ही माना जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि महिलाओ को हार्ट अटैक नही होता है। महिलाओ में हार्ट अटैक पुरुषो से तुलना करे तो कुछ अलग होता है। पुरुषो में हार्ट अटैक के लक्षण और महिलाओ में हार्ट अटैक के लक्षण दोनो बेहद ही अलग होते है। अगर आप भी जानना चाहते है कि महिलाओ में हार्ट अटैक के लक्षण कैसे होते है तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको symptoms of heart attack in women के बारे में विस्तार से बताएंगे।
Causes of Heart Attack in Women – महिलाओ में हार्ट अटैक होने के कारण
महिलाओ में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण स्ट्रेस, एंजायटी और डिप्रेशन ही होता हैं। यह मुख्य कारण है जिसकी वजह से महिलाओ में हार्ट अटैक की समस्या देखी जाती है। महिलाओ में हार्ट अटैक का दूसरा सबसे बड़ा कारण होता है मोटापा और डायबिटीज की समस्या। यह तीन मुख्य कारण है जिसकी वजह से महिलाओ में भी हार्ट अटैक की समस्या देखी जाती है।
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symptoms of heart attack in women – महिलाओ में हार्ट अटैक होने के लक्षण
- सीने में दर्द
आम तौर पर सबसे आम लक्षण जो पुरुष और महिला दोनो के ही हार्ट अटैक (symptoms of heart attack in women hindi) में एक जैसा होता है वो है सीने में दर्द। आपके सीने में खिंचाव आना, सीने पर दवाब महसूस करना यह सब भी सीने के दर्द में जोड़ा गया हैं। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सीने के दर्द या अनकंफर्टेबल फील करने के कारण भी आपको आपको दिल का दौरा पड़ सकता है।
- काफी थका हुआ महसूस करना
अगर आपको बिना कुछ किए लगातार थकान महसूस हो रहा है तो हो सकता है आपको हार्ट अटैक (symptoms of heart attack in women hindi) होने वाला हो। जब ऐसा होने वाला होता है तो आपको साधारण चीजे करने पर भी थकान महसूस होता रहता है। यह एक काफी बढ़ा लक्षण है जो हार्ट अटैक से पहले महिलाओ (symptoms of heart attack in women hindi) में देखने को मिलता है।
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- कमजोरी
कमजोर होना या कमजोरी से लंबे समय से ग्रस्त रहना भी महिलाओ में हार्ट अटैक होने की संभावना को काफी हद तक बढ़ा देते है। ऐसे अवस्था में आपको एंग्जाइटी, सिर चकराना और बेहोशी की समस्या भी आ सकती है।
- सांस लेने में तकलीफ आना
जब आपको सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द भी महसूस होता है तो हो सकता है आगे आपको हार्ट अटैक की समस्या हो। ऐसी स्थिति में उन्हें सीधा बैठने को कहा जाता है। जब ऐसी स्थिति में वो सीधा बैठती है तो उनमें कम लक्षण देखने को मिलता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताए गए किसी भी उपचार, तरीकों और उपाय को लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए लिखा गया है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले पैच टेस्ट करे और अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। Sakhihealth इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी या दावा नहीं करता है।
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