Measles Symptoms In Babies in Hindi : खसरा एक एक्यूट वाइरस रेस्पिरेटरी डिजीज है जिसे कभी कभी छोटे बच्चों की जान तक चली जाती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप इस बिमारी को जानने के साथ साथ इससे अपने बच्चों को बचाने के उपायों के बारे में भी जान लें।
खसरे की बीमारी कैसे फैलती है?
खसरा यानी की रूबेला एक सांस संबंधी बिमारी है, जो वाइरस के कारण फैलती है। इससे लाल धब्बेदार दाने शरीर पर दिखते हैं। इसे 10 दिन का खसरा या लाल खसरा भी कहते हैं। यह एक छूट की बिमारी है। खसरे का वाइरस नाक और गले के मुकस में रहता है। ये नाक और गले के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से एक बच्चे से दूसरे बच्चे में फैलता भी है। यह संक्रमित बच्चे के खांसने और छींकने से भी फैलता है। खसरा एक वाइरस के कारण होता है। खसरे को अंग्रेजी में measles भी कहते हैं और ये ज्यादातर सर्दियों या वसंत के मौसम में होता है।
खसरे के लक्षण क्या हैं?
एक्सपर्ट्स की माने तो खसरा होने के साथ से 14 दिनों के अंदर स्किन पर हल्के रश दिखने लगते हैं, खासतौर पर शिशु और छोटे बच्चों के लिए खतरनाक साबित होता है। इसमें शुरुआत में 104 डिग्री फॉरिन हैट से ज्यादा तेज बुखार, खांसी, बहती नाक, आँखों से पानी आना लालपन के लक्षण दिखाई देते हैं।
खसरे का टीका
अगर बच्चे को खसरे का टीका नहीं लगा है और किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में वो आ जाता है जिसे खसरा है तो बच्चे को इस स्थिति में इस बिमारी की चपेट में आने से बचाना मुश्किल हो जाता है। रैश निकलने से लगभग 4 दिन पहले एक व्यक्ति संक्रमित होता है, इसलिए हो सकता है कि बच्चा बिना जाने ही वाइरस के संपर्क में आ जाए। वहीं बच्चों को खसरा से बचाने का सबसे सुरक्षित तरीका यही है कि उन्हें खसरे का टीका लगवाया जाए। इस वैक्सीन का नाम MMR है।
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