Mahilaon Me Ande Na Banne Ka Karan : जब भी आप फर्टिलिटी का केस लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपका फॉलिकल स्टडी करते हैं, ओव्यूलेशन स्टडी करके ये बताते है की आपके अंदर अंडे नहीं बन रहे हैं, आपका ओव्यूलेशन नहीं हो रहा है।
तब महिलाएं बहुत ज्यादा डिप्रेस्ड हो जाती है और सोचने लगती है कि मेरे अंदर एग्स क्यों नहीं बन रहे हैं। महिलाएं फटाफट से गूगल पर सर्च करने लग जाती है की एग्स ना बनने के पीछे क्या कारण होते है।
दोस्तों आज की पोस्ट खास कर उन लोगों के लिये है जिनके अंदर अंडे नहीं बन पा रहे हैं। इसके पीछे क्या कारण है इन कारण पे काम करके आप अपने ओव्यूलेशन को रीस्टार्ट कर सकते हैं और साथ ही ममे अपने अंडे की क्वालिटी को भी इंप्रूव कर सकते हैं।
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण – Mahilaon Me Ande Na Banne Ke Karan In Hindi
महिलाओं में अंडा न बनने का मुख्य कारण है मासिक धर्म का अनियमित होना
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण है मासिक धर्म (irregular period) का अनियमित होना। आपने नोट किया होगा की पहले आपका पीरियड रेगुलर आता था अब आपके पीरियड रेगुलर नहीं आ रहे हैं।
आपके पीरियड्स या तो 35 दिनों में आते हैं यां फिर 40,45 दिन के बाद आते है, या फिर कभी कभी ऐसा भी होता होगा कि पीरिअड्स आपके बिना मेडिसन के नहीं आते होंगे।
4 महीने 5 महीने हो जाते हैं और आप पर मेडिसिन लेनी पड़ती है जिसे आप को पीरियड आ सके। जिसे इर रेगुलर पीरियड कहा जाता है।
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण है प्लास्टिक का उपयोग
आजकल प्लास्टिक हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। हम पीने का पानी भी प्लास्टिक की बोतल में रखते हैं। अपने दोपहर का खाना रात का खाना जो भी हम पैक करके रखते हैं वह भी प्लास्टिक के बर्तनों में ही रखते हैं।
जब भी खाने की चीजें प्लास्टिक के कांटेक्ट में आती है तो केमिकल पैदा करती है जो कि आपकी बॉडी में एस्ट्रोजन को बढ़ा देता है। जब आपकी बॉडी ज्यादा एस्ट्रोजन होगा तो आप के अंडे की क्वालिटी खराब होगी साथ ही पीरियड इर रेगुलर हो जाएंगे और भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इसलिए आज से प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरीके से बंद कर दे और इसकी जगह पीलिया कांच के बर्तनों का इस्तेमाल करना शुरू कर दें।
फास्ट फूड और जंक फूड महिलाओं में अंडा न बनने का कारण है
प्लास्टिक की तरह जंक फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड भी हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। पूरी तरीके से हम जंक फूड पर ही डिपेंड हो चुके हैं।
घर का खाना खाने की बजाय हम आलस करते हैं। घर मे खाना बनाने मैं या या फिर समय को बचाने के लिए हम फास्ट फूड और जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, जबकि यह पूरी तरीके से मेल और फीमेल दोनों के लिए काफी हानिकारक है।
शुगर का इस्तेमाल से महिलाओं में अंडा ना बनने का कारण हो सकता है
शुगर यानी कि चीनी जिसे मीठा जहर भी कह सकते हैं। अगर आप कंसीव करना चाहते हैं या फिर अपने अंडे की क्वालिटी को अच्छा करना चाहते हैं तो आज से ही चीनी खाना बंद कर दीजिए। चीनी की जगह पर आप मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर आप गुड़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
महिलाओं में अंडे न बनने का कारण है देर रात तक जागना
देर रात तक जागने की वजह से आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती है और इस कारण से आपके हार्मोन इन बैलेंस होते हैं। और जब हारमोंस इन बैलेंस होते हैं तो यह आपको इनफर्टिलिटी के साथ-साथ और भी बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इसलिए कोशिश करें कि रोजाना रात को 9:00 बजे तक सो जाएं और सुबह 6:00 बजे उठ जाएं ऐसे में जब आपकी नींद पूरी होगी तो आप अपने आपको काफी ज्यादा फ्रेश महसूस करेंगे और बहुत ही जल्दी आपको इसका फायदा दिखना शुरू हो जाएगा।
स्मोकिंग और ड्रिंकिंग महिलाओं में अंडा ना बनने का कारण हो सकता है
स्मोकिंग भी महिलाओं में अंडा न बनने का कारण हो सकती है इसलिए कोई भी महिला अगर स्मोकिंग यां ड्रिंकिंग करते हैं तो उसको कंसीव करने में रुकावट आती है और अगर वह कंसीव कर भी ले तो इसका बुरा असर उसके होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है।
इसलिए अगर आप स्मोकिंग करते हैं या ड्रिंकिंग करते हैं तो आज से ही इसको बंद कर दे।
मोबाइल और लैपटॉप का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करना महिलाओं में अंडा न बनने का कारण पैदा कर सकता है
मोबाइल और लैपटॉप से निकलने वाली रेडियंस आपकी इनफर्टिलिटी की समस्या को और ज्यादा बढ़ा देती है। इसलिए जरूरत के मुताबिक ही इन उपकरणों का इस्तेमाल करें। l महिलाओं में अंडा न बनने का कारण ये भी हो सकता है
जहां पर आपके पीरियड्स रेगुलर नहीं आएंगे वहां पर अंडे भी नहीं बन पाएंगे। इरेगुलर पीरियड्स में भी बहुत सारी चीजें होती है। आपको क्या नोट करनी है उसके बारे में अब जानते हैं:
महिलाओं में मासिक धर्म का अनियमित होने के कारण
इरेगुलर पीरियड्स में महिलाओं का साइकिल काफी ज्यादा लंबा हो जाता है और बहुत-सी महिलाओं का साइकिल बहुत ज्यादा छोटा हो जाता है। यानी 18 दिन में पीरियड आ जाते हैं यां 20 दिन मैं पीरियड आ जाते हैं तो यह नॉर्मल बिल्कुल भी नहीं है।
अगर पीरियड काफी ज्यादा लेट आते हैं, काफी ज्यादा जल्दी आते हैं तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लें अपने हार्मोन की टेस्ट जरूर करवाएं जिससे आपको यह पता चलेगा कि पीरियड लेट यां जल्दी आने का कारण क्या है, क्योंकि जब तक आप को कारण नहीं पता चलेगा तब तक आप उसको ट्रीट नहीं कर पाएंगे।
महिलाओं में अंडे बनने के लिए क्या क्या खाना चाहिए?
खाद्य पदार्थ | पोषक तत्व | लाभ |
---|---|---|
फल और सब्जियां | एंटीऑक्सीडेंट, फोलेट, आयरन | अंडे की गुणवत्ता में सुधार |
बेरीज: ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी | ||
हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, केल, ब्रोकली | ||
अन्य फल और सब्जियां: सेब, संतरे, गाजर, टमाटर, शकरकंद | ||
फाइबर | हार्मोन संतुलन | प्रजनन क्षमता में वृद्धि |
साबुत अनाज: जई, भूरा चावल, क्विनोआ | ||
फलियां: दाल, मटर, बीन्स | ||
नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, चिया बीज | ||
प्रोटीन | अंडे के विकास के लिए आवश्यक | |
मछली: सैल्मन, टूना, मैकेरल | ओमेगा-3 फैटी एसिड | अंडे की गुणवत्ता में सुधार |
चिकन: चिकन | ||
अंडे: अंडे | कोलाइन | अंडे की गुणवत्ता में सुधार |
फलियां: दाल, मटर, बीन्स | ||
स्वस्थ वसा | अंडे की गुणवत्ता में सुधार | |
मछली: सैल्मन, टूना, मैकेरल | ओमेगा-3 फैटी एसिड | |
अखरोट: अखरोट | ओमेगा-3 फैटी एसिड | |
चिया बीज: चिया बीज | ओमेगा-3 फैटी एसिड | |
पानी | शरीर को हाइड्रेटेड रखता है | अंडे के विकास में सुधार |
इरेगुलर पीरियड के पीछे जानिए क्या कारण होते हैं:
बहुत-सी महिलाओं को थायराइड का प्रॉब्लम होता है
थाइरोइड बढ़ जाने की वजह से पीरियड इररेगुलर हो जाते हैं।
किसी को प्रोलेक्टिन हाई होने की वजह से पीरियड अनियमित हो जाते हैं।
किसी को PCOD का प्रॉब्लम होता है तब भी पीरियड अनियमित हो जाते हैं।
कुछ महिलाओं का वजन बढ़ जाने की वजह से भी पीरियड इररेगुलर हो जाते है।
इररेगुलर पीरियडकी वजह जब पता चल जाएगी तब आप इस समस्या का समाधान कर पाएंगे और आप अपना ओव्यूलेशन फिर से स्टार्ट कर सकते हैं।
काफी ज्यादा मात्रा में cervical mucus बनना यां फिर बहुत सी महिलाओं को सफेद पानी की समस्या (white discharge) बहुत ज्यादा होता है ये भी कारण हो सकते है।
महिलाओं में अंडे न बनने का मुख्य कारण हारमोंस का डिस्टर्ब होना
महिलाओं में बहुत सारे हार्मेंस होते हैं लेकिन कुछ ही ऐसे पेसिफिक हारमोंस होते हैं जिनका डिस्टर्ब होने की वजह से महिलाओं में अंडे नहीं बन पाते है।
अगर किसी महिला का प्रोलैक्टिन हार्मोन हाई हो जाता है इस परिस्थिति में भी अंडे नहीं बन पाते हैं।
जिन महिलाओं को थायराइड का प्रॉब्लम होता है, थाइरोइड लेवल बढ़ जाता है उन महिलाओं में भी अंडों का बन पाना मुश्किल हो जाता है।
जिन महिलाओं का एज लेवल बहुत ज्यादा हो जाता है ऐसी महिलाओं में भी पीसीओडी पाया जाता है इसकी वजह से भी अंडे नहीं बन पाते हैं।
जब भी आप अपना केस लेकर डॉक्टर के पास जाते हो तो डॉक्टर आपको सबसे पहले पीरियड के दूसरे दिन से आपकी कुछ ब्लड टेस्ट करते हैं। जिसके अंदर यह प्रोलैक्टिन का भी टेस्ट होता है, थाइरोइड लेवल का भी टेस्ट होता है।
हार्मोन बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है इसलिए डॉक्टर इन तीन हार्मोन पर ही सबसे ज्यादा फोकस करते हैं तो अगर इनमें से कोई भी हार्मोन डिस्टर्ब होता है तो इसके लिए डॉक्टर मेडिसिन देते हैं ताकि हार्मोन नॉर्मल हो सके और आपके अंदर एग्स बन सके।
जनरेली हार्मोन इन बैलेंस होने की वजह से ओवुलेशन नहीं हो पाता और अंडे नहीं बन पाते।
ब्लड टेस्ट में हारमोंस डिस्टर्ब निकले तो फिर से डॉक्टर आपके अल्ट्रासाउंड करते हैं। तो वहां पर डॉक्टर को बहुत छोटे छोटे से एग्स दिखते हैं इनमें से कोई भी अंडा मिच्ययोर नहीं हो पाता यानी कि आपके अंडे बहुत छोटे छोटे होते हैं इनमें से कोई भी अंडा मिच्यायोर होकर फुट नहीं पाता। ओव्यूलेशन नहीं होता यह महिलाओं में अंडे न बनने का कारण होता है।
महिलाओं में अंडा बनने के घरेलू उपाय – Mahilao Me Ande Badhane Ke Gharelu Upay In Hindi
महिलाओं में अंडा बनाने का घरेलू उपाय है सोंठ, काली मिर्च और पीपली:
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण तो आपने जान ही लिया अब हम जानेंगे कि महिलाओं में अंडे बनाने के लिए हमारे किचन मे सालों से इस्तेमाल होने वाले तीन हर्बस के बारे मे :
महिलाओं में अंडा बनाने का घरेलू उपाय हे यह तीन हर्बस सोंठ, काली मिर्च और पीपली। तीनों को समान मात्रा में पीस लीजिए इस पाउडर का एक चौथाई भाग सुबह और शाम को शहद के साथ ले। खाली पेट लेंगे तो और भी फायदा होगा अन्यथा खाने से 15 मिनट पहले भी आप ले सकते हैं।
महिलाओं में अंडा बनाने का घरेलू उपचार है कैस्टरऑयल
हर घर में पाया जाता है यह कैस्टर ऑयल। कभी आपने सोचा है कि एक चम्मच कैस्टर ऑयल आप गर्म दूध के साथ रात को सोने के समय ले तो यह आपकी ओव्यूलेशन की समस्या को जड़ से खत्म कर सकता है। इसे अपने मासिक धर्म के शुरू होने से 15 दिन तक लीजिए।
ऐग हेल्थ को बूस्ट करें लहसुन
आप सोचेंगे कि लहसुन तो ज्यादातर घरों में सब्जियों में डालते ही हैं फिर ओव्यूलेशन की समस्या क्यों होती है? तो इसका जवाब है कोई भी हर्ब खाने का तरीका और उसका औषधिय रिजल्ट पाने के लिए उनको सही तरीके से लेना बहुत जरूरी है।
इसलिए लहसुन को आप हल्का सा क्रश कर लीजिए। लहसुन को कूटकर सुबह खाली पेट लेना है और शाम को भी कुटा हुआ लहसुन का सेवन करना है।
महिला में अंडे की संख्या बढाने के लिए पोषक आहार लें – Add nutrients in diet for formation of female eggs in Hindi
महिलाओं में अंडा बनने का उपाय है नट्स
अक्सर यह सवाल आता है कि महिलाओं में अंडे बनने के लिए क्या खाना चाहिए इसलिए हार्मोन को अच्छे से काम करने के लिए हेल्दी फैट्स लेना भी जरूरी है।
इसके लिए हमें डेली डाइट में कम से कम 28 से 23 ग्राम नट्स लेने चाहिए। नट्स में आप अखरोट, काजू, बादाम इन सभी चीजों को मिला कर ले सकते हैं।
अंडाणु तेजी से बढ़ाने के उपाय के लिए खाए देसी गाय का घी
देसी गाय का घी आपके शरीर से एक्स्ट्रा फेट को निकालता है। आपके हार्मोन को बैलेंस करता है, साथ ही आपके डाइजेशन को भी इंप्रूव करता है और फर्टिलिटी को बढ़ाता है।
महिलाओं में अच्छे अंडों का इलाज है एक्सरसाइज
रोजाना कम से कम आप को 20 से 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। अगर आप इतनी एक्सरसाइज नहीं कर सकते तो आपको कोई फायदा नहीं होगा। एक्सरसाइज में आपको कपालभाति, बटरफ्लाई पोज, अनुलोम विलोम यह एक्सरसाइज आपको करनी चाहिए।
महिलाओं में अंडे बनने की दवा
अंडे की क्वालिटी बढ़ाने के लिए आपको आपके खाने में spices ऐड करने हैं। जैसे हल्दी, सिनेमोन, लहसुन, प्याज इनका उपयोग करें। यह मसाले आपके अंदर फर्टिलिटी बूस्ट करेगा।
आपके पेट को हेल्थी रखने में आपकी हेल्प करेगा तो उसके लिए आप कलौंजी भी बहुत ज्यादा हेल्प करती है। इसलिए कलौंजी और सिनेमोन पाउडर बनाकर रख दीजिए।
दोनों में से कोई भी रात को सोते समय या सुबह उठकर आधा चम्मच सीनेमन लेना है आधा चम्मच कलौंजी लेना है दोनों को मिक्स करके आपको इसका सेवन करना है। सिनेमोन और कलौंजी का जो मिश्रण है वह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
अंडों की संख्या बढ़ाने के लिए खाएं फल
जिन महिलाओं में अंडे बनने की समस्या है उनको फाइबर रिच फूड का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए banana (केला) आपके खाने में शामिल करना है।
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण दूर करने के लिये करें केले ka सेवन, केले आपकी फर्टिलिटी को बूस्ट करता है। और भी कई फल है जैसे अनार, संतरा, पाइनएप्पल खा सकते हैं इन सभी फलों का सेवन करने से महिलाओं मे अंडे बनने मे मदद मिलती है और साथ ही आपका वेट लॉस भी मेंटेन रहता है।
महिलाओं में अंडों को डैमेज होने से बचाते हैं विटामिंस
फीमेल एग बढ़ाने के उपाय में महिलाओं को विटामिन का सेवन करना चाहिए। कोई भी पिले रंग के फल यां सब्जी होती है उनमें से विटामिन ए मिलता है।
विटामिन ई की कमी भी महिलाओं में अंडे ना बनने का कारण है। इसलिए विटामिन ई रिच फूड का इस्तेमाल करें।
महिलाओं में अंडे बनाने का प्रकृतिक इलाज है मूनलाइट चार्ज वाटर
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण दूर करने लिए आपको एक कांच के गिलास में यां कांच की बोतल में पानी भर के रात को चंद्रमा के सामने रख देना है ताकि पूरी रात चंद्रमा की रोशनी पड़े।
महिलाओं में अंडा न बनने का कारण दूर करने के लिये पानी को पूरी रात चंद्रमा की रोशनी में रखने के बाद पानी पूरी तरीके से चार्ज हो जाता है और उसके मिनरल्स काफी ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। और जब आप इसी पानी का सुबह खाली पेट इस्तेमाल करेंगे तो बहुत ही जल्दी इसका फायदा देखने को मिलेगा।
FAQS: Mahilaon Me Ande Na Banne Ka Karan Aur Upay
Conclusion: उम्मीद है की आपको आज की पोस्ट पासंद आई होगी। अब आप जान गए होंगे की महिलाओं मे अंडे न बनने का कारण क्या है और कैसे इस परेशानी से निजात पाए। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आये तो दूसरों को भी शेयर करना ना भूले धन्यवाद
प्रेगनेंसी के लिए अंडे कैसे तैयार करें?
स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां, फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर भोजन करें।
पूरक आहार: फोलिक एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड और inositol का सेवन करें।
जीवनशैली में बदलाव: धूम्रपान न करें, शराब कम करें, वजन नियंत्रित करें, व्यायाम करें और तनाव कम करें।
महिलाओं में अंडे बनने की दवा कौन सी है?
क्लोमीफेन: यह दवा अंडाशय को उत्तेजित करती है और अंडे के विकास को बढ़ावा देती है। लेट्रोज़ोल: यह दवा भी अंडाशय को उत्तेजित करती है और अंडे के विकास को बढ़ावा देती है। ध्यान दें: इन दवाओं का सेवन केवल डॉक्टर के निर्देशानुसार ही करना चाहिए।
इन दवाओं के कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
क्या अंडा कम होने से महिला प्रेग्नेंट हो सकती है?
नहीं, अंडे कम होने से महिला प्रेग्नेंट होने की संभावना कम होती है।