Triphala Churna Ke Fayde in Hindi : त्रिफला चूर्ण को हम सभी लोग जड़ी बूटी के नाम से जानते है। त्रिफला चूर्ण को हमारे शास्त्रों में कई बीमारी को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से त्रिफला चूर्ण और उसके फायदे (triphala churna ke fayde in hindi), उपयोग के तरीके और नुकसान के बारे में विस्तार से बताने का प्रयास करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
त्रिफला चूर्ण क्या है?
त्रिफला की बात करे तो त्रिफला का मतलब ही होता है तीन फल। इससे हमे समझ आता है कि त्रिफला चूर्ण तीन प्रकार के फल आमला, हरड़ और बिभीतकी से मिलकर बनता है। हमारे आयुर्वेद और शास्त्रों में त्रिफला चूर्ण को हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी कारगर माना जाता है। अगर आप भी जानना चाहते है कि त्रिफला चूर्ण के फायदे, (triphala churna ke fayde in hindi) और नुकसान क्या है तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए।
त्रिफला चूर्ण इंग्रेडिएंट्स
जैसे हमने आपको ऊपर बताया कि त्रिफला चूर्ण मुख्य रूप से तीन फलों के मिश्रण से बना है जिसके बारे में हम आपको आर्टिकल के इस सेक्शन में विस्तार से बताने का प्रयास करेंगे।
- बहेड़ा
बहेड़ा जिसका साइंटिफिक नाम टर्मिनलिया बेलिरिका है। बहेड़ा केवल इंडियन सब कॉन्टिनेट में पाए जाते है। बहेड़ा के फल में काफी सारे न्यूटीरेंट प्राप्त होते है जिसमे गैलिक एसिड, ग्लूकोसाइड, एथिल गैलेट, टैनिन की मात्रा भरपूर्ण होती है। बहेड़ा में एंटी ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते है जो हेपेटोप्रोटेक्टिव के रोग का उपचार करने में काफी कारगर माना जाता है।
- आंवला
आंवला जिसका साइनेटिफिक नाम एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस है। आंवला का इस्तेमाल पूरे भारत में किसी न किसी रूप में किया जाता है। त्रिफला चूर्ण में भी आंवला का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि आंवला में एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है। आंवला में विटामिन सी की मात्रा भी काफी अधिक होती है। आंवला आपको कब्ज की समस्या से भी राहत प्रदान करता है साथ ही साथ एंटी एजिंग में भी फायदेमंद (triphala churna ke fayde in hindi) साबित होता है।
- हरड़
हरड़ जिसका साइंटिफिक नाम टर्मिनलिया चेबुला है। हरड़ को हमारे आयुर्वेद में सबसे जरूरी जड़ी बूटी माना जाता है। हरड़ में एंटी एजिंग गुण, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण, एंटी ऑक्सीडेंट गुण भरपूर्ण मात्रा में मौजदू रहते है। साथ ही साथ हरड़ को पेट, लिवर, हृदय और यूरिनरी ट्रैक के लिए फायदेमंद माना जाता है।
त्रिफला चूर्ण के फायदे – Triphala Churna Ke Fayde in Hindi
त्रिफला चूर्ण के कई फायदे है (triphala churna ke fayde in hindi) जिसमे से कुछ के बारे में हमने नीचे बताने का प्रयास किया है तो चलिए शुरू करते है,
- आंखो के लिए
आंखो की रोशनी को बढ़ाने में भी त्रिफला चूर्ण काफी कारगर माना जाता है। आंखो की बीमारी ग्लूकोमा और मोतियाबिंद जैसी समस्या को भी कम करने में सहायता करता है। त्रिफला चूर्ण आपके कमजोर दृष्टि की ताकत को बढ़ाता है और धीरे धीरे आपकी आंखो को मजबूत भी करता है। त्रिफला चूर्ण को आयुर्वेद में आंखो के लिए एक अच्छी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी माना गया है।
ये भी पढ़े :
ग्लोइंग स्किन के लिये सबसे अच्छे विटामिन
महिलाओं के लिए अश्वगंधा के फायदे
- चर्म रोग के लिए
आपके चर्म रोग से जुड़ी समस्या को भी ठीक करने के लिए त्रिफला चूर्ण को कारगर माना गया है। त्रिफला चूर्ण आपके खुजली,फोड़े-फुन्सी से जुड़ी समस्या को जड़ से ठीक कर देता है। आपको केवल एक हफ्ते तक लगातार दिन में एक समय त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करना चाहिए।
- मुंह की समस्या
अगर आपके मुंह में छाले की समस्या आ गई है तो त्रिफला चूर्ण उस समय भी आपके लिए कारगर साबित होता हैं। आपको केवल त्रिफला चूर्ण को पानी में मिलाकर कर मुंह में उस पानी से कुल्ला करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते है तो आपके मुंह से जुड़ी सभी प्रकार की समस्या ठीक हो जाती है।
- डायबिटीज
त्रिफला आपके शरीर में एक शक्तिशाली हाइपोग्लाइसेमिक का सोर्स होता है जो आपके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने नही देता है। त्रिफला आपके इंसुलिन से दो प्रमुख एंजाइमों पहला अल्फा एमाइलेज और दूसरा अल्फा ग्लूकोसिडेज के अधिक सेक्रेशन को रोकता है और आपके लिए एंटीडायबिटिक दवाओं की तरह काम करता है।
यह दोनो एंजाइम ग्लूकोज में टूटने के लिए जिम्मेदार माने जाने है। इन एंजाइमों का की मात्रा को रोक दिया जाए तो आपके शरीर में ग्लूकोज का लेवल नियंत्रित हो सकता है और आपको डायबिटीज से जुड़ी समस्या से धीरे धीरे राहत प्राप्त हो सकती है।
त्रिफला चूर्ण के नुकसान – Trifala Chun Ke Nuksaan
त्रिफला चूर्ण के फायदे के बारे में तो हमने आपको बता दिया है अगर अब आप त्रिफला चूर्ण के नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको नीचे बताए गए पॉइंट्स को पढ़िए।
- अगर आप किसी दवाई का सेवन कर रहे है तो आपको अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए कि आप त्रिफला चूर्ण का सेवन कर सकते है या नही। अगर डॉक्टर आपको कहेंगे तब ही आपको इस त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए।
- त्रिफला चूर्ण एक प्राकृतिक रेचक है अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते है आपको दस्त से जुड़ी समय भी हो सकती है।
- काफी लोग का ऐसा मानना है कि अगर आप त्रिफला का सेवन करते है तो आपको रात में नींद नहीं आती है।
- अगर आप प्रेगनेंट महिला है तो आपको भी त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
त्रिफला चूर्ण का उपयोग
त्रिफला चूर्ण का उपयोग करने के लिए आपको आधा चम्मच चूर्ण को लेना चाहिए फिर उसके बाद आपको एक गिलास गुनगुने पानी के साथ सेवन करना चाहिए। अगर आप नियमित रूप से त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करते है तो आपको कब्ज और ऊपर बताए गए सभी समस्या से राहत प्राप्त होती है।
निष्कर्ष
आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको त्रिफला चूर्ण के फायदे (triphala churna ke fayde in hindi), उपयोग एवं नुकसान और उससे संबंधित विषय के बारे में विस्तार से बताने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।